शनिवार, 12 अगस्त 2023

मेरी माटी, मेरा देश

मेरी माटी मेरा देश 

विविध हमारी बोली भाषा, विविध हमारी माटी

इस माटी में खिलते अगणित विविध पुष्प की वाटी 

हिमालय से आती नदियां, 

जलोढ़ या दोमट मिट्टी अपने साथ में लाती 

उत्तर के मैदाओं में विभिन्न फसलें बोयी जाती

गेंहू, मक्का, गन्ना, चावल,दलहन, तिलहन इसी उपज से आती

खाद्यान्न के क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाती l

ज्वालामुखी के लावा से चट्टानें होती निर्मित

चट्टान और जीवाश्म से होती काली मिट्टी संचित

देश के पश्चिम और दक्षिण भागों को उपजाऊ बनाती

गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश संग

तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश और कर्नाटक को समृद्ध बनाती 

कपास के क्षेत्र में भारत को विश्व में प्रथम स्थान दिलाती

कपड़ा और वस्त्र उद्योग में अपना परचम लहराती

जिस कपास के ज़रिए गांधी ने छेड़ा था जन आंदोलन

घर घर में पहुंचाया चरखा, सूत कातते परिजन l

ग्रेनाइट की चट्टानों से लाल मिट्टी है बनती

तमिलनाडु, झारखंड, ओडिसा, छत्तीसगढ़ में पायी जाती

खनिज संसाधन में भारत को अहम स्थान दिलाती

देश की तरक्की और रोजगार में अपना हाथ बंटाती l

उमड़ घुमड़कर बादल आते और बरसते अविरल

समुद्री लहरों से टकराता जहां तटीय धरातल

पीली मिट्टी से भरपूर वो राज्य है केरल

नारियल, रबड़, चाय, इलायची संग जहां मसालों का होता उत्पादन

इन व्यापारिक फसलों के कारण देश में आए अनगिनत यूरोपियन l

पहाड़ी और पठारी भागों में होती जहां कठोरता

लैटेराइट मिट्टी की भी होती यहां प्रचुरता

कभी शुष्क और कभी तर, होता यहां का मौसम

इसी कठोरता के कारण मृदा में, होता धातु का समागम

लोहा एल्यूमिनियम और मैंगनीज संग कई धातुएं पाई जाती

विनिर्माण के क्षेत्र में भारत को सम्पन्न बनाती l

जल जंगल जमीन और पत्थर की पारिस्थितकी 

जिसमें कार्बनिक पदार्थों का होता जमाव 

कंकर पत्थर मिल जाते पर्वतीय या वन मिट्टी में तमाम

इस पर्वतीय मिट्टी की भी है एक विशेषता

कला और विज्ञान के जरिए कृषि में बढ़ती रोचकता

बागवानी कृषि और अनुसंधान में मिलती यहां नवीनता

विविध संस्कृति में बसती अनूठी कृषि की गुणवत्ता l

शुष्क व मरुस्थलीय मिट्टी में होती जहां पर कम वर्षा

पानी के लिए यहां पर करना पड़ता बहुत खर्चा

सुनी तो होगी वहां आपने श्री अन्न की चर्चा

जिस अन्न को खाकर पुरखों को आरोग्य का वरदान मिला

आज उसी मोटे अनाज को श्री अन्न का सम्मान मिला

ज्वार, बाजरा, रागी, कुट्टू कई फसल हैं क्रमशः

पोषक तत्वों से भरपूर जिससे मिलती है ऊर्जा

सुखी सरल और मंगलमय होता सबका जीवन

रोग मुक्त होता समाज, खिलता जिसमें तन मन

उत्पादन सर्वाधिक होता विश्व में दर्ज है नाम प्रथम

निर्यातक है देश हमारा, उपज हमारी उत्तम l

                                              प्रतिभा कटियार 





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