शनिवार, 11 जुलाई 2015

Global Peace Index : fact or infact

शांतिदूत भारत शांति में इतना पिछड़ा क्यों कुछ दिनों पहले वर्ल्ड हैपीनेस इंडेक्स की रिपोर्ट आयी थी उसमें भी भारत की रैंकिंग बहुत नीचे थी क्या इन आंकड़ों में वाकई सच्चाई है कहीं हमारी स्थिति डिप्राइव्ड करने की विदेशी शक्तियों की कोई चाल तो नहीं. कॉनफ्लिक्ट्स हमारी मानसिक शांति को कमजोर कर रहे हैं तो क्या हम कॉनफ्लिक्ट्स में ही जीते हैं हमारी निर्णयात्मक क्षमता का ह्रास हमें कॉनफ्लिक्ट्स में जीना सिखा रहे हमें यह बताया जा रहा कि हम सबकी स्थिति आज भी महाभारत के अर्जुन की तरह है जो युद्ध स्थल पर जाने के बाद भी एक वाण चलाने के लिए द्वन्द में पड़ जाता है उसके सभी द्वंदों का निराकरण करने के लिए श्रीकृष्ण भगवान और अर्जुन का लम्बा संवाद होता है इस संवाद के द्वारा गीता जैसी अमूल्य कृति की रचना होती है इसकी कथावस्तु आज विश्व को पता चल चुकी है गीता का सारा ज्ञान दुनिया ने हासिल कर लिया है और ये जान लिया है कि यहाँ सैकड़ों करोङो अर्जुन हैं जो कांफ्लिक्ट में जीते हैं बस इसी से उसने शांति का सन्देश देने वाले भारत को खुद शांति के अभाव में जीने वाला देश बताया है हम अटकलें लगा रहे हैं खुद के पीड़ित होते हुए भी हम किसी को पीड़ा नहीं देना चाहते हम इसका विरोध भी नहीं करना चाहते हमें सब सहज रूप से स्वीकार है क्योंकि हम वास्तव में एक शांत प्रिय देश  हैं. यदि हम विरोध करना भी चाहें तो हमारे खौलते रक्त को ठंडा करने के लिए आज भी हमारे पास अनुभवी वयोवृद्ध हैं. हमें कमजोर करने की ताकत व्यर्थ है हमारी मौन समझ व् सूझबूझ के चलते आज भी हम शक्तिसम्पन्न हैं.
                                                                  प्रतिभा कटियार


What makes India less peaceful than 142 other countries

India has been relegated to the 143rd place in the 2015 Global Peace Index, down from 140 in 2014.

The number of internal conflicts and possession of nuclear and heavy weapons are among the parameters that have weighed heavily in pulling down India's ranking in the 2015 Global Peace Index to the 143rd position among 162 nations ranked.
The Index, which incorporates a number of parameters to measure the "texture of peace", is brought out annually by the Institute of Economics and Peace.
It "is a composite index comprised of 23 qualitative and quantitative indicators that gauge the level of peace in 162 countries. These indicators can be grouped into three broad themes: the level of safety and security in a society, the number of international and domestic conflicts and the degree of militarization." The scores for India on these 3 counts are 2.4, 2.8 and 2.3 respectively out of 5 each.
The 2015 report says that Middle East and North Africa has overtaken South Asia as the most violent region in the world compared the previous year.
India scores poorly in terms of the conflict factor, which takes into account the number and duration of conflicts fought within a country (the lower the score the better the position). This includes civil, interstate, one-sided and non-state conflicts. The other parameter has to do with the number of nuclear and heavy weapons a country possesses.

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