एक देश , जीवन अनेक
मैंने देखे कुँए बाबड़ी और तालाब
जहाँ एक जीवन बसता
उन्मुक्त स्वच्छ और शान्त निवास
मधुरता और उल्लास
जिनसे मिलता जीवन को
एक अनूठा अहसास
मत छोड़ना ऐसे जीवन को
जो धूप छांव के चलते
गर थक जाएँ कदम
तो आना फिर इधर
ठहरना और देखना
भोर का सूरज चमकता है यहाँ
खुली आँखों से दिखाई देता है
आसमान का सारा जहाँ
मैंने देखे कुँए बाबड़ी और तालाब
उड़ीसा के गांव में अपनी इंटर्नशिप के दौरान ग्रामीण भारत का एक अनुभव |
उन्मुक्त स्वच्छ और शान्त निवास
मधुरता और उल्लास
जिनसे मिलता जीवन को
एक अनूठा अहसास
मत छोड़ना ऐसे जीवन को
जो धूप छांव के चलते
गर थक जाएँ कदम
तो आना फिर इधर
ठहरना और देखना
भोर का सूरज चमकता है यहाँ
खुली आँखों से दिखाई देता है
आसमान का सारा जहाँ
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